लेंसकार्ट का IPO आखिरकार खुल चुका है और पहले ही दिन निवेशकों ने जबरदस्त उत्साह दिखाया। इश्यू पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया। लेकिन इस बीच सबसे बड़ा सवाल यही है — क्या लेंसकार्ट का 7000 करोड़ रुपये का वैल्युएशन वाजिब है या ओवरप्राइस्ड? आइए जानते हैं, देश के 6 बड़े मार्केट एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं इस बहुचर्चित इश्यू पर।
पहले दिन ही फुल सब्सक्राइब — निवेशकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स
31 अक्टूबर को खुला लेंसकार्ट का IPO निवेशकों के बीच पहले से ही चर्चा में था। खुलते ही यह इश्यू पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया। हालांकि, अब निवेशकों में यह सवाल उठ रहा है — इतनी बड़ी वैल्युएशन पर क्या वाकई निवेश करना समझदारी है? इसी सवाल पर एक्सपर्ट्स ने अपनी राय दी है। फिलहाल, लेंसकार्ट के शेयरों का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) करीब 18% चल रहा है। यानी लिस्टिंग के वक्त शेयर लगभग ₹72 की बढ़त के साथ लिस्ट हो सकते हैं, हालांकि ये केवल संभावनाएं हैं, कोई गारंटी नहीं।
एक्सपर्ट्स की राय: किसने क्या कहा?
HDFC Securities
ब्रोकरेज फर्म HDFC Securities का मानना है कि लेंसकार्ट ने खुद को वर्किंग और फैशनेबल आईवियर ब्रांड के रूप में मजबूत किया है। खासकर Gen-Z और युवाओं के बीच इसकी लोकप्रियता काफी है। कंपनी भारत के साथ अब इंटरनेशनल मार्केट में भी तेजी से अपना दायरा बढ़ा रही है।
Choice Broking
Choice Broking ने इस IPO को “लॉन्ग टर्म मेंबर” रेटिंग दी है। फर्म का कहना है कि यह इश्यू उन निवेशकों के लिए सही है जिनकी रिस्क लेने की क्षमता ज्यादा है और जो लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं।
Hem Securities
हेम सिक्योरिटीज की एनालिस्ट आस्था जैन ने कहा, “लेंसकार्ट का वैल्युएशन फिलहाल स्थिर और संतुलित दिखता है। कंपनी ने ब्रांडिंग पर काफी काम किया है, जिसका फायदा आने वाले सालों में जरूर मिलेगा।”
Primus Partners
फंड राइजिंग प्लेटफॉर्म प्राइमस पार्टनर्स के एमडी श्रवण शेट्टी ने कहा, “भले ही वैल्युएशन ऊंचा है, लेकिन लेंसकार्ट का GMP मजबूत संकेत दे रहा है। बाजार इसे एक टेक-ड्रिवन कंपनी के रूप में देख रहा है जो तेजी से विस्तार की दिशा में आगे बढ़ रही है।”
Swastika Investmart
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट की वेल्थ हेड शिवानी न्याति ने लेंसकार्ट को ‘न्यूट्रल रेटिंग’ दी है। उनका कहना है कि “कंपनी की बुनियाद मजबूत है, लेकिन वैल्युएशन थोड़ा ज्यादा लग रहा है। ऐसे में निवेशकों को सोच-समझकर कदम उठाना चाहिए।”
Vibhavangal Anukulkara
विभावंगल अनुकूलकारा के फाउंडर सिद्धार्थ मौर्य ने कहा, “7000 करोड़ रुपये के अनुमानित वैल्युएशन के साथ कंपनी का विदेशी बाजारों में विस्तार इसे आकर्षक बनाता है। लेकिन निवेशक कंपनी की स्थिरता, ऑपरेशनल कॉस्ट और अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखें।”
निष्कर्ष: करें या न करें निवेश?
एक बात तो साफ है — लेंसकार्ट का ब्रांड स्ट्रॉन्ग है, मार्केट पोजिशन शानदार है, लेकिन वैल्युएशन को लेकर हल्की चिंता बनी हुई है। जो निवेशक लॉन्ग टर्म नजरिए से देख रहे हैं और जोखिम उठा सकते हैं, उनके लिए यह IPO एक दिलचस्प अवसर साबित हो सकता है। हालांकि, शॉर्ट टर्म गेन के लिए इसमें प्रवेश करने से पहले एक बार अपने फाइनेंशियल एडवाइज़र से सलाह जरूर लें।